Sarvanam in Hindi: वह शब्द जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाता है, सर्वनाम कहलाता है। जैसे– मैं, तुम, हम, वह, आप, उसका, उसकी आदि। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि सर्वनाम क्या है, इसकी परिभाषा, भेद तथा उनके उदाहरण। साथ ही, आसान भाषा में वर्कशीट भी दी गई है ताकि विषय को अच्छी तरह समझा जा सके।
Sarvanam Kise Kahate Hain- सर्वनाम किसे कहते हैं?
Sarvanam शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है। इसलिए वे शब्द, जो संज्ञा की जगह आते हैं, सर्वनाम कहलाते हैं। यह एक विकारी शब्द है, क्योंकि इसमें वचन और कारक के अनुसार परिवर्तन होता है, लेकिन लिंग के अनुसार कोई परिवर्तन नहीं होता। संज्ञा की तरह इसके साथ संबोधन का प्रयोग भी नहीं किया जा सकता।
सामान्य रूप से “यह, वह, मैं, अपना, उसका, इसका” आदि सर्वनाम शब्द संज्ञा या संज्ञा वाक्यांशों की जगह प्रयोग किए जाते हैं। इससे वाक्यों में बार-बार संज्ञा शब्द दोहराने की आवश्यकता नहीं पड़ती और लेख या वाक्य अधिक स्पष्ट और सरल हो जाते हैं। जैसे- वह राम है। इस वाक्य में “वह” शब्द सर्वनाम है, जो “राम” नामक व्यक्ति की जगह प्रयुक्त हुआ है।
सर्वनाम शब्द अंग्रेज़ी के one या संज्ञा वाक्यांशों के स्थान पर भी आता है। कई बार यह संज्ञा के लिए प्रत्यक्ष रूप से भी प्रयोग होता है।
सर्वनाम शब्द दो भागों से मिलकर बना है- ‘सर्व’ + ‘नाम’। शाब्दिक अर्थ है— “सबका नाम”। इसका प्रयोग किसी विशेष व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए समान रूप से होता है। उदाहरण के लिए, “मैं” शब्द। यह किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं है, बल्कि हर कोई अपने लिए इसका प्रयोग करता है। इसीलिए ऐसे शब्द सर्वनाम कहलाते हैं।

Sarvanam Ki Paribhasha- सर्वनाम की परिभाषा
1. वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे- मैं , तुम , हम , वह , आप , उसका , उसकी , वह आदि।
2. संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे- मैं, हम, तू, आप, यह, वह, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या आदि।
3. ऐसे शब्द जो “नाम” के स्थान पर प्रयुक्त हो उसे सर्वनाम कहा जाता है। जैसे- यह, वह, हम, तुम, वे, ये, इसका, उसका इत्यादि।
मूल सर्वनाम
हिंदी में कुल 11 मूल सर्वनाम माने जाते हैं– मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई और कुछ।
प्रयोग के आधार पर सर्वनाम को छह भेदों में विभाजित किया गया है–
- पुरुषवाचक सर्वनाम- मैं, तू, वह, मैंने
- निश्चयवाचक सर्वनाम- यह, वह
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम- कोई, कुछ
- संबंधवाचक सर्वनाम- जो, सो
- प्रश्नवाचक सर्वनाम- कौन, क्या
- निजवाचक सर्वनाम- आप
सर्वनाम का प्रयोग
- मोहन की माताजी डॉक्टर है।
- मोहन की बहन खाना बना रही है।
- मोहन 11वीं कक्षा में पढ़ता है।
- मोहन स्कूल जा रहा है।
- मोहन के पिताजी पुलिस हैं।
उपर्युक्त उदाहरण में मोहन (संज्ञा) शब्द का बार-बार प्रयोग किया गया है। किसी शब्द की लगातार पुनरावृत्ति वाक्य को नीरस और कम प्रभावशाली बना देती है। यदि हम एक स्थान पर संज्ञा “मोहन” रखें और बाकी स्थानों पर उसकी जगह सर्वनाम का प्रयोग करें, तो वाक्य अधिक रोचक और आकर्षक प्रतीत होंगे।
- मोहन 11वीं कक्षा का छात्र है।
- वह प्रतिदिन स्कूल जाता है।
- उसके पिता पुलिस विभाग में कार्यरत हैं।
- उसकी माता डॉक्टर हैं।
- उसकी बहन भोजन बना रही है।
इस प्रकार, हम संज्ञा की जगह Sarvanam का प्रयोग कर सकते हैं।
Also Read- Sandhi ki Paribhasha
Sarvanam ke Udaharan- सर्वनाम के उदाहरण
Sarvanam in Hindi के 10+ उदाहरण निम्नलिखित हैं-
- मैंने आज जिम नहीं किया। (मैंने)
- यहाँ बहुत गर्मी पड़ रही है। (यहाँ)
- वहाँ ऊँची आवाज़ में बोलना मना है। (वहाँ)
- हम कल फ़िल्म देखने जाएँगे। (हम)
- लैपटॉप में कुछ कमी है। (कुछ)
- वह कबड्डी खेल रहा है। (वह)
- कोई सब्ज़ी लेने जा रहा है। (कोई)
- तुम एक साहसी लड़की हो। (तुम)
- बुआजी कल किसकी चर्चा कर रही थीं? (किसकी)
- मेरे पास एक मोबाइल है। (मेरे)
- मैं सुनना पसंद करती हूँ। (मैं)
Sarvanam ke Bhed- सर्वनाम के भेद
की दृष्टि से सर्वनाम के 6 प्रकार के भेद होते हैं- अनिश्चयवाचक, संबंधवाचक, प्रश्नवाचक, पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, निजवाचक।
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम- Purushvachak Sarvanam
जो सर्वनाम वक्ता (बोलने वाला – उत्तम पुरुष), श्रोता (सुनने वाला – मध्यम पुरुष) तथा किसी अन्य (अन्य पुरुष) के लिए प्रयुक्त होते हैं, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहा जाता है। जैसे– मैं, तू, वह आदि।
उदाहरण वाक्य देखें –
उसने मुझे बोला था कि तुम पढ़ रही हो।
इस वाक्य को ध्यान से देखने पर स्पष्ट होता है कि इसमें तीन प्रकार के पुरुषवाचक सर्वनाम आए हैं– उसने, मुझे और तुम। अतः सिद्ध होता है कि पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद- Purushvachak Sarvanam ke Bhed
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं – उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष।
1. उत्तम पुरुष:
वक्ता जब अपने लिए जिन शब्दों का प्रयोग करता है, उन्हें उत्तम पुरुष कहते हैं।
उदाहरण – मैं, हम, मुझे, मैंने, हमें, मेरा, मुझको, हमसब, हमलोग आदि।
2. मध्यम पुरुष:
संवाद के समय श्रोता के लिए जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग होता है, उन्हें मध्यम पुरुष कहते हैं।
उदाहरण – तू, तुम, तुझे, तुमको, आप, आपको, आपके, आपलोग, आपसब आदि।
3. अन्य पुरुष:
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग न तो वक्ता और न ही श्रोता के लिए होकर किसी तीसरे व्यक्ति के लिए होता है, उन्हें अन्य पुरुष कहते हैं।
उदाहरण – वह, यह, उन, उनको, उनसे, इन्हें, उन्हें, उसके, इसने, ये, वे, ये लोग, वे लोग आदि।
2. निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम- Nishchay Vachak Sarvanam
जो Sarvanam निकट या दूर स्थित किसी वस्तु या व्यक्ति की ओर संकेत करते हैं, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। चूँकि ये सर्वनाम संकेत का कार्य करते हैं, इसलिए इन्हें संकेतवाचक सर्वनाम भी कहा जाता है। उदाहरण – यह, वह, ये, वे, इसी, उसी आदि।
- निकट की वस्तुओं के लिए- यह, ये
- दूर की वस्तुओं के लिए- वह, वे
निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम के उदाहरण-Nishchay Vachak Sarvanam
- यह मेरी पुस्तक है।
- वह माधव की गाय है।
- वह राम के भाई हैं।
‘यह‘ , ‘वह‘ , ‘वह‘ सर्वनाम शब्द किसी विशेष व्यक्ति आदि को निश्चित संकेत करते हैं। अतः यह संकेतवाचक भी कहलाते हैं।
निश्चयवाचक और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर व समानता
निश्चयवाचक सर्वनाम और पुरुषवाचक सर्वनाम दोनों का प्रयोग वाक्य में अलग-अलग अर्थ व्यक्त करने के लिए होता है। इसलिए इनके प्रयोग में सावधानी आवश्यक है। उदाहरण देखें –
यह – वह
- राम मेरा मित्र है, वह दिल्ली में रहता है। – पुरुषवाचक सर्वनाम (अन्य पुरुष)
- यह मेरी गाड़ी है, वह राम की गाड़ी है। – निश्चयवाचक सर्वनाम
उसे – उसी
- रोहन कक्षा में प्रथम आया है, इसलिए उसे पुरस्कृत किया जाएगा। – पुरुषवाचक सर्वनाम
- इस वर्ष भी उसी को पुरस्कृत किया जाएगा। – निश्चयवाचक सर्वनाम
तुम – तुम्हीं
- तुम कहाँ जा रहे हो? – पुरुषवाचक सर्वनाम
- तुम्हीं से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने की आशा की जा रही है। – निश्चयवाचक सर्वनाम
स्पष्टीकरण: ऊपर दिए गए सभी उदाहरणों में पहले वाक्य में किसी व्यक्ति की पहचान पुरुषवाचक सर्वनाम से कराई गई है, जबकि दूसरे वाक्य में पास या दूर होने का भाव तथा संकेत स्पष्ट होता है, इसलिए वे निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम कहलाते हैं।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम- Anishchay Vachak Sarvanam
जिस सर्वनाम से किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं होता, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण – कहीं, किसी, कुछ, कोई आदि।
- ‘कोई’ का प्रयोग सामान्यतः प्राणिवाचक संज्ञा (मनुष्य या जीव) के लिए होता है।
- ‘कुछ’ का प्रयोग प्रायः अप्राणिवाचक संज्ञा (वस्तु या निर्जीव) के लिए किया जाता है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण- Anishchay Vachak Sarvanam Ke Udaharan
- कोई आ रहा है। (प्राणिवाचक सर्वनाम)
- दरवाजे पर कोई खड़ा है। (प्राणिवाचक सर्वनाम)
- स्वाद में कुछ कमी है। (अप्राणिवाचक सर्वनाम)
- कोई तुम्हें बुला रहा है। (प्राणिवाचक सर्वनाम)
- कुछ सेब यहाँ पड़े हैं। (अप्राणिवाचक सर्वनाम)
यहाँ ‘कोई’ और ‘कुछ’ Sarvanam शब्द किसी घटना या वस्तु की उपस्थिति का आभास तो कराते हैं, लेकिन स्पष्ट रूप से निश्चित नहीं करते। इसी कारण इन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहा जाता है।
प्राणिवाचक सर्वनाम और अप्राणिवाचक सर्वनाम में अंतर
- प्राणिवाचक सर्वनाम:
वे सर्वनाम जो प्राणीवाचक संज्ञा (मनुष्य, पशु आदि) के स्थान पर प्रयोग होते हैं।
उदाहरण – कोई (मनुष्य), कोई (पशु)।
- अप्राणिवाचक सर्वनाम:
वे सर्वनाम जो अप्राणिवाचक संज्ञा (वस्तु, पदार्थ आदि) के स्थान पर प्रयोग होते हैं।
उदाहरण – कुछ (वस्तु), कोई (चीज़)।
4. संबंधवाचक सर्वनाम- Sambandh Vachak Sarvanam
जो सर्वनाम किसी दूसरी संज्ञा या सर्वनाम से संबंध प्रकट करता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है।
उदाहरण – जो, सो, उसे, जिसकी, उसकी, जैसा, वैसा आदि।
उदाहरण वाक्य देखें –
जो करेगा, सो भरेगा।
इस वाक्य में “जो” संबंधवाचक सर्वनाम है और “सो” नित्य संबंधी सर्वनाम। प्रायः “सो” का अर्थ “वह” होता है।
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण- Sambandh Vachak Sarvanam ke Udaharan
- जो कर्म करेगा, फल उसी को मिलेगा।
- जिसकी लाठी, उसकी भैंस।
- जैसा कर्म, वैसा फल।
- जो सोएगा, सो खोएगा।
- जो करेगा, सो भरेगा।
- जो सत्य बोलता है, वह नहीं डरता।
- जो आया है, सो जाएगा।
स्पष्टीकरण: “जो”, “सो”, “उसे”, “जिसकी”, “उसकी”, “जैसा”, “वैसा” जैसे सर्वनाम शब्दों में आपसी संबंध की भावना स्पष्ट दिखाई देती है। इसलिए इन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम- Prashna Vachak Sarvanam
जिस सर्वनाम से किसी प्रश्न का बोध हो, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। उदाहरण – कौन, कहाँ, क्या, क्यों, कैसे, किन्हें, किस आदि।
उदाहरण वाक्य देखें –
- तुम कौन हो?
- तुम्हें क्या चाहिए?
इन वाक्यों में “कौन” और “क्या” शब्द प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं। सामान्यतः “कौन” का प्रयोग प्राणियों के लिए तथा “क्या” का प्रयोग जड़ वस्तुओं के लिए किया जाता है।
प्रश्नवाचक सर्वनाम के उदाहरण- Prashna Vachak ke Udaharan
- तुम क्या कर रहे हो?
- क्या राम पास हो गया?
- मास्टर जी का क्या नाम है?
- वहाँ कौन खड़ा है?
- यह काम कैसे हुआ?
स्पष्टीकरण: “क्या”, “कौन”, “कैसे” जैसे सर्वनाम प्रश्न पूछने के लिए प्रयुक्त होते हैं। इसलिए इन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहा जाता है।
6. निजवाचक सर्वनाम- Nijvachak Sarvanam
जो सर्वनाम तीनों पुरुषों (उत्तम, मध्यम और अन्य) में निजत्व का बोध कराते हैं, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। उदाहरण – आप, अपने-आप, खुद, निज, स्वतः, स्वयं आदि।
उदाहरण वाक्य देखें –
- मैं खुद लिख लूँगा।
- तुम अपने आप चले जाना।
- वह स्वयं गाड़ी चला सकती है।
इन वाक्यों में खुद, अपने आप और स्वयं शब्द निजवाचक सर्वनाम हैं।
निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण
- मैं अपना कार्य स्वयं करता हूँ।
- मेरी माता भोजन अपने आप बनाती हैं।
- मैं अपनी गाड़ी से जाऊँगा।
- मैं अपने पिताजी के साथ जाऊँगा।
‘ अपना ‘ , ‘ अपनी ‘ , ‘ आप ‘ जिस सार्वनामिक शब्दों से अपने या अपने तो का बोध हो उसे निजवाचक कहते हैं।
सर्वनाम के विभिन्न रूप
सर्वनाम के कारक एवं एवं वचन (एकवचन और वहुवचन) के रूप-
उत्तम पुरुष – मैं (पुरुषवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | मैं, मैंने | हम, हमने, हम लोग, हम लोगों ने |
कर्म | मुझे, मुझको | हमें, हमको, हम लोगों को |
करण | मुझसे, मेरे द्वारा | हमसे, हमारे द्वारा, हम लोगों से |
संप्रदान | मुझे, मुझको, मेरे लिए | हमको, हमारे लिए, हमें, हम लोगों के लिए |
अपादान | मुझसे | हमसे, हम लोगों से |
संबंध | मेरा, मेरी, मेरे | हमारा, हमारी, हमारे |
अधिकरण | मुझमें, मुझ पर | हममें, हम पर |
मध्यम पुरुष- तू (पुरुषवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | तू, तूने | तुम, तुमने, तुम लोग, तुम लोगों ने |
कर्म | तुझे, तुझको | तुम्हें, तुमको, तुम लोगों को |
करण | तुझसे, तेरे द्वारा | तुमसे, तुम्हारे द्वारा, तुम लोगों से |
संप्रदान | तुझे, तेरे लिए | तुम्हें, तुम्हारे लिए, तुम लोगों के लिए |
अपादान | तुझसे | तुमसे, तुम लोगों से |
संबंध | तेरा, तेरी, तेरे | तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे |
अधिकरण | तुझमें, तुझ पर | तुम में, तुम पर |
अन्य पुरुष – वह (पुरुषवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | वह, उसने | वे, उन्होंने, वे लोग, उन लोगों ने |
कर्म | उसे, उसको | उन्हें, उनको, उन लोगों को |
करण | उससे, उसके द्वारा | उनसे, उनके द्वारा, उन लोगों के द्वारा |
संप्रदान | उसे, उसके लिए | उन्हें, उनके लिए |
अपादान | उससे | उनसे, उन लोगों से |
संबंध | उसका, उसकी, उसके | उनका, उनकी, उनके, उन लोगों का, की, के |
अधिकरण | उसमें, उस पर | उनमें, उन पर, उन लोगों में, उन लोगों पर |
यह (निश्चयवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | यह, इसने | ये, इन्होंने, इन लोगों ने |
कर्म | इसे, इसको | इन्हें, इनको, इन लोगों को |
करण | इससे, इसके द्वारा | इनसे, इनके द्वारा, इन लोगों से, इन लोगों द्वारा |
संप्रदान | इसको, इसके लिए | इन्हें, इनके लिए, इन लोगों के लिए |
अपादान | इससे | इनसे, इन लोगों से |
संबंध | इसका, इसकी, इसके | इनका, इनकी, इनके, इन लोगों का, की, के |
अधिकरण | इसमें, इस पर | इनमें, इन पर, इन लोगों में, इन लोगों पर |
कोई (अनिश्चयवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | कोई, किसी ने | किन्हीं ने |
कर्म | किसी को | किन्हीं को |
करण | किसी से, किसी के द्वारा | किन्हीं से, किन्हीं के द्वारा |
संप्रदान | किसी को, किसी के लिए | किन्हीं को, किन्हीं के लिए |
अपादान | किसी से | किन्हीं से |
संबंध | किसी का, की, के | किन्हीं का, की, के |
अधिकरण | किसी में, किसी पर | किन्हीं में, किन्हीं पर |
कौन (प्रश्नवाचक सर्वनाम)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
कर्ता | कौन, किसने | किन्होंने, किन लोगों ने |
कर्म | किसे, किसको | किन्हें, किनको, किन लोगों को |
करण | किससे, किसके द्वारा | किनसे, किनके द्वारा, किन लोगों से, किन लोगों द्वारा |
संप्रदान | किसको, किसके लिए | किनको, किनके लिए, किन लोगों के लिए |
अपादान | किससे | किनसे, किन लोगों से |
संबंध | किसका, किसकी, किसके | किनका, किनकी, किनके, किन लोगों का, की, के |
अधिकरण | किसमें, किस पर | किनमें, किन पर, किन लोगों में, किन लोगों पर |
Sarvanam in Hindi Prashn Uttar
1. प्रश्न: सर्वनाम किसे कहते हैं?- sarvanam kise kahate hain
उत्तर: जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे – वह, ये, तुम, मैं।
2. प्रश्न: sarvanam ke bhed होते हैं?
उत्तर: सर्वनाम के मुख्य भेद आठ माने जाते हैं – पुरुषवाचक, निजवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, प्रश्नवाचक, सम्बन्धवाचक, निजवाचक और संकेतवाचक।
3. प्रश्न: पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण दीजिए।
उत्तर: मैं, तुम, वह, हम, आप, वे – ये सभी पुरुषवाचक सर्वनाम हैं।
4. प्रश्न: निजवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं?
उत्तर: जो सर्वनाम स्वयं पर ही संकेत करें उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – स्वयं, अपना।
5. प्रश्न: संकेतवाचक सर्वनाम के उदाहरण बताइए।
उत्तर: यह, वह, वही, ऐसे, वैसे – ये सभी संकेतवाचक सर्वनाम हैं।
6. प्रश्न: प्रश्नवाचक सर्वनाम किन्हें कहते हैं?
उत्तर: जिन सर्वनामों का प्रयोग किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान के विषय में प्रश्न करने के लिए होता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – कौन, क्या, किसका।
7. प्रश्न: सम्बन्धवाचक सर्वनाम क्या है?
उत्तर: जो Sarvanam दो वाक्यों को जोड़कर सम्बन्ध स्थापित करते हैं उन्हें सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – जो, जिससे, जिसके।
8. प्रश्न: अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण दीजिए।
उत्तर: कोई, कोई भी, कुछ, कोई एक – ये सभी अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
9. प्रश्न: सर्वनाम और संज्ञा में क्या अंतर है?
उत्तर: संज्ञा किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम होती है जबकि सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाता है।
10. प्रश्न: ‘आप’ सर्वनाम किस पुरुष का उदाहरण है?
उत्तर: ‘आप’ सर्वनाम द्वितीय पुरुष (आप) का सम्मान सूचक रूप है।